Posts

Showing posts from December, 2016

आ जाओ की मैं इंतजार में हूँ

Image
आ जाओ की मैं इंतजार में हूँ, मौत के बाद। अब भी बेइंतहा इक़रार में हूँ, मौत के बाद। उस ख़ुदा से भी तक़रार में हूँ, मौत के बाद। रुका बस एक तेरे दीदार में हूँ, मौत के बाद।

आ जाओ की सांसें अभी चल रही है

Image
आ जाओ की सांसें अभी चल रही है। धड़कन की गति क्यों बदल रही है। शरीर ये मेरी जाने शिथिल रही है। अब तो रूह भी शायद निकल रही है।

आ जाओ की शाम ढलने को है

Image
आ जाओ की शाम ढलने को है। रोशनी की मोम पिघलने को है। ज़िन्दगी की डोर फिसलने को है। आख़िरी दम भी निकलने को है।

वो इश्क़ ही क्या जिसकी तबिश ना हो

वो हसीना ही क्या जिसकी फ़रमाईश ना हो। वो हुस्न ही क्या जिसकी नुमाइश ना हो। वो जिस्म ही क्या जिसकी आज़माइश ना हो। वो इश्क़ ही क्या जिसकी तबिश ना हो।